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हार्ट में छल्ला (Stent) लगाने की पूरी जानकारी: क्या, क्यों और कैसे?

हार्ट में छल्ला (Stent) क्या है?

अगर डॉक्टर ने आपको हार्ट में छल्ला (Stent) लगाने की सलाह दी है, तो आइए समझते हैं यह कैसे आपकी सेहत में सुधार ला सकता है। दिल में लगाया जाने वाला छल्ला, जिसे चिकित्सा की भाषा में ‘स्टेंट’ कहा जाता है, एक छोटा जालीदार यन्त्र होता है, जो धातु, मिश्र धातु, और पॉलिमर से बना होता है। इसे हृदय की रक्त वाहिकाओं में डाला जाता है ताकि रुकावट के कारण प्रभावित रक्त प्रवाह को पुनः स्थापित किया जा सके।

कब और क्यों जरूरी होता है हार्ट में Stent?

Stent का उपयोग तब किया जाता है जब कोरोनरी आर्टरी में प्लाक (चर्बी, कोलेस्ट्रॉल और कैल्शियम का मिश्रण) जमा हो जाता है, जिससे हृदय में रक्त प्रवाह बाधित होता है। यह प्रक्रिया निम्नलिखित स्थितियों में आवश्यक हो सकती है:

  • एंजाइना (Angina) या सीने में दर्द की शिकायत।
  • हार्ट अटैक के बाद।
  • कोरोनरी आर्टरी डिजीज (CAD)।
  • अनियमित ब्लड फ्लो।

Stent लगाने से पहले की तैयारी

Stent लगाने से पहले डॉक्टर एंजियोग्राफी करके यह सुनिश्चित करते हैं कि समस्या का स्थान और गंभीरता क्या है। इस दौरान मरीज को निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना होता है:

  • खाली पेट रहना, खासकर प्रक्रिया से 8 घंटे पहले।
  • ब्लड थिनर जैसी दवाओं का सेवन करना।
  • डॉक्टर द्वारा दी गई जांच और निर्देशों का पालन करना।

Stent लगाने की प्रक्रिया

Stent लगाना एक न्यूनतम इनवेसिव प्रक्रिया है, जिसे एंजियोप्लास्टी के माध्यम से किया जाता है। इस प्रक्रिया के मुख्य चरण हैं:

  1. कैथेटर का उपयोग: एक पतली नली (कैथेटर) को हाथ या पैर की धमनी के माध्यम से प्रभावित क्षेत्र तक पहुंचाया जाता है।
  2. बलून का विस्तार: कैथेटर के साथ एक छोटा बलून लगाया जाता है जिसे फुलाकर रुकावट को हटाया जाता है।
  3. Stent का लगना: बलून के साथ Stent को भी लगाया जाता है, जो धमनी को खुला रखने में मदद करता है।
  4. बलून हटाना: बलून को निकाल लिया जाता है, और Stent अपनी जगह पर बना रहता है।

Stent के बाद देखभाल

Stent लगाने के बाद मरीज को अस्पताल में 1-2 दिन निगरानी में रखा जाता है। घर जाने के बाद भी निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना आवश्यक है:

  • ब्लड थिनर दवाओं का सेवन: नियमित रूप से दवाइयों का सेवन करना।
  • स्वस्थ आहार: भोजन में कम वसा और कम नमक का प्रयोग करना।
  • धूम्रपान और शराब से परहेज।
  • हल्के व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करना।

जयपुर में हृदय स्टेंट के लिए क्यों चुनें डॉ. प्रेम रतन डेगावत

डॉ. प्रेम रतन डेगावत हृदय रोगों की जटिल प्रक्रियाओं में विशेषज्ञ हैं। वे वर्षों के अनुभव के साथ Stent लगाने, Valvular Interventions और TAVR जैसी प्रक्रियाएं कुशलता से करते हैं। उनके व्यक्तिगत दृष्टिकोण और हृदय रोगियों की देखभाल का तरीका उन्हें जयपुर और राजस्थान के सबसे भरोसेमंद विशेषज्ञों में से एक बनाता है।

डॉ. डेगावत को चुनने के मुख्य कारण:

  • हार्ट में Stent लगाने और अन्य हृदय प्रक्रियाओं में विशेषज्ञता।
  • मरीजों के लिए व्यक्तिगत और देखभालपूर्ण दृष्टिकोण।
  • अत्याधुनिक चिकित्सा प्रथाओं और कुशल उपचार में महारत।
  • राजस्थान में हृदय रोग उपचार के लिए विश्वसनीय नाम।

सामान्य प्रश्न (FAQs)

  1. Stent लगाने में कितना समय लगता है?
    प्रक्रिया लगभग 1-2 घंटे की होती है।
  2. क्या Stent लगाने के बाद सामान्य जीवन संभव है?
    हां, उचित देखभाल और लाइफस्टाइल में बदलाव से सामान्य जीवन जिया जा सकता है।
  3. क्या Stent लगाने के बाद दवाइयां बंद हो जाती हैं?
    नहीं, कुछ दवाइयां नियमित रूप से लेनी होती हैं।
  4. क्या डॉ. प्रेम रतन डेगावत सभी प्रकार के Stent लगाने में विशेषज्ञ हैं?
    हां, डॉ. डेगावत Stent प्रक्रियाओं और अन्य हृदय उपचारों में पूरी तरह से कुशल हैं।
  5. क्या इंश्योरेंस Stent प्रक्रिया को कवर करता है?
    हां, ज्यादातर इंश्योरेंस पॉलिसी इसे कवर करती हैं।